नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट में और हम आपके लिए सुजलॉन एनर्जी कंपनी के बारे में एक नई अपडेट लेकर आ चुके हैं अगर आप इस सुजलॉन एनर्जी के बारे में हर पल की खबर जानना चाहते हैं तो आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन कर सकते हैं। सुजलॉन एनर्जी कंपनी का इतिहास बहुत ज्यादा पुराना है पिछले 10 साल से काफी उतार-चढ़ाव देखने के बाद इन्वेस्टर की हर पल नजर कंपनी के स्टॉक पर ही रहती है।
सुजलॉन एनर्जी कंपनी को आज की डेट में रिन्यूएबल एनर्जी की सबसे बड़ी कंपनी के अंतर्गत शामिल किया गया है और यह कंपनी लंबे समय से विंड टरबाइन का निर्माण कर रही है कंपनी को सबसे ज्यादा 2023 में आर्डर मिले और सभी लोगों को लग रहा है कि इस समय सुजलॉन एनर्जी कंपनी के स्टॉक में तेजी है बल्कि ऐसा नहीं है सुजलॉन एनर्जी कंपनी के इतिहास के बारे में बात करेंगे उसमें आपको पता चलेगा कि आखिरकार एनर्जी कंपनी के स्टॉक में सबसे ज्यादा स्पीड कब आई थी।
₹390 से पहुंचा सीधा ₹2 में
सुजलॉन एनर्जी कंपनी का स्टॉक ₹390 में ट्रेड कर रहा था लेकिन कंपनी की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण और कंपनी के बारे में नेगेटिव खबर आने के कारण कंपनी के स्टॉक की हालत बहुत खराब हो गई और 2018 में कंपनी का स्टॉक ₹2 में आ गया था इसी समय कई सारे लोगों ने कंपनी के ऊपर भरोसा जताते हुए खरीदारी की और आज की डेट में उन्हें फायदा हो रहा है लेकिन आईपीओ में इन्वेस्ट करने वाले इन्वेस्टर को अभी भी बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है।
सुजलॉन एनर्जी कंपनी के पास बहुत बड़ी मात्रा में कर्ज था लेकिन धीरे-धीरे कंपनी ने कर्ज को चुकाया और 2023 तक कंपनी का डेबिट कम हो गया डेबिट कम होने के कारण कंपनी के स्टॉक में रौनक लौटी और कंपनी को लगातार नए आर्डर मिलते गए ₹2 से कंपनी का स्टॉक ₹40 में आ गया।
2008 में कंपनी के स्टॉक की कीमत 390 से ऊपर गई थी लेकिन 2009 का समय सुजलॉन एनर्जी कंपनी के इन्वेस्टर के लिए बहुत ही बुरा समय कह सकते हैं क्योंकि इसी दौरान एनर्जी कंपनी के स्टॉक में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई और कंपनी का स्टॉक ₹38 आ गया।
कंपनी की प्रमोटर भी दिख रहे हैं भरोसा
सुजलॉन एनर्जी कंपनी के स्टॉक की कीमत जब ₹390 से ₹38 में आ गई थी तब कंपनी के प्रमोटर ने भी कंपनी के ऊपर भरोसा दिखाना बंद कर दिया था और कंपनी के स्टॉक की कीमत गिरती गई लेकिन 2023 में जब कंपनी को बड़े-बड़े आर्डर मिले तो कंपनी के प्रमोटर ने भी भरोसा दिखाया और कंपनी के स्टॉक को गिरवी से हटा दिया।
इस एनर्जी कंपनी के स्टॉक की कीमत ₹390 से जब ₹2 में आई थी तब सभी लोग बहुत ही ज्यादा निराश हुए थे क्योंकि कंपनी के आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब थी कंपनी को ऑर्डर भी नहीं मिल पा रहे थे लेकिन 2023 में सुजलॉन एनर्जी कंपनी का गोल्डन पीरियड साबित हो गया क्योंकि इसी दौरान कंपनी को लगातार चौथी मिलते गए और ऑर्डर की सबसे अच्छी शुरुआत जुलाई के महीने से हुई है।
मतलब कह सकते हैं कि 2009 में सुजलॉन एनर्जी कंपनी के स्टॉक में गिरावट का सबसे प्रमुख कारण कंपनी की आर्थिक स्थिति का कमजोर होना और कंपनी के आर्डर का मजबूत न होना ही था और 2023 में कंपनी में काफी अच्छे सुधार हुए हैं और 2024 तक कंपनी की आर्थिक स्थिति और ज्यादा मजबूत हो सकती है।