cryptocurrency kya hai (क्रिप्टो करेंसी क्या है)
Crypto currency |
सबसे पहले दुनिया में व्यापार के लिए वस्तु विनिमय का प्रयोग किया जाता था और फिर धीरे-धीरे प्राचीन भारत और दुनिया में मुद्रा का प्रयोग होने लगा फिर कुछ टाइम बाद मुद्रा को लीगल माने जाने लगा। आज दुनिया में हर एक देश की अपनी मुद्रा है जैसे भारत की रुपया और अमेरिका की डॉलर।
हम 21वीं सदी में प्रवेश कर चुके हैं और हम इतने डिजिटल हो गए हैं कि मार्केट में डिजिटल करेंसी उपलब्ध होने लगी है। आज हम इसी डिजिटल करेंसी के बारे में इस आर्टिकल में बात करने वाले हैं।
क्रिप्टो करेंसी क्या है
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है इसका प्रयोग अभी तो डिजिटल रूप हो रहा है। आप इसे डिजिटल रूप में प्रयोग कर सकते हैं।
अधिकतर लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना पसंद कर रहे है। करेंसी 100 से भी ज्यादा उपलब्ध है जैसे बिटकॉइन, बिटकॉइन कैश, रूबल, स्टेडियम, यूएसडी कॉइंस neo, डॉग कॉइन आदि है।
अगर dogecoin की बात करे तो 2013 में जापान में एक कुत्ते के ऊपर मींस बनाया गया और यह मींस इतना फेमस हो गया कि लोगों ने इसको वैल्यू देना शुरू कर दिया और कुछ समय बाद क्रिप्टो करेंसी के रूप में मार्केट में उतार दिया गया। अब लोग क्रिप्टो करेंसी मार्केट में डॉगcoin को इनको खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं
क्रिप्टो करेंसी का प्रयोग क्यों बढ़ रहा है।
जैसा कि आपने देखा होगा हर जगह क्रिप्टो करेंसी छाई हुई है। एक बहुत बड़ा कारण है। जैसे बिटकॉइन
इसको रिटर्न इतना ज्यादा है कि इसे अपने घर पर रखना भी शुरू कर दिया है। क्योंकि सबको पता है आने वाले टाइम में पूरी दुनिया डिजिटल हो जाएगी आजकल लोग ऑनलाइन शॉपिंग और सारे काम डिजिटल रूप से कर रहे हैं। इसलिए क्रिप्टो करेंसी का मूली बढ़ते जा रहा है दुनिया में।
जैसे पहले दुनिया में सोने को सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता था और उसका मूल्य भी अधिक था उसी प्रकार 21वीं सदी में गोल्ड का रूप बिटकॉइन या क्रिप्टो करेंसी में ले लिया है। जिस प्रकार पहले से गोल्ड में लोन लिया जाता था उसी प्रकार आज क्रिप्टो करेंसी में देशों में लोन दिया जा रहा है। अधिकतर लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना पसंद कर रहे हैं।
भारत में क्रिप्टो करेंसी
भारत में भी क्रिप्टो करेंसी का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। जब से एलन मस्क ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किया है। भारतीय से अधिकतर भारतीय लोगों का ध्यान भी क्रिप्टो करेंसी की ओर चला गया है। लेकिन 2018 में आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को भारत में बैन कर दिया। क्रिप्टो करेंसी बैन होने के कारण कई प्लेटफार्म को अपना ऑपरेशन बंद करना पड़ा। 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी से बैन हटा दिया। 2017 में बेंगलुरु में सबसे पहले बिटकॉइन का एटीएम खुला था। लेकिन अभी तक सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को लीगल नहीं माना है जब तक सुप्रीम कोर्ट क्रिप्टो करेंसी लीगल है करके मुंहर नहीं लगा देती तब तक क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करना खतरा है। लेकिन भारतीय निवेशक को कोई उम्मीद है सुप्रीम कोर्ट से कि बहुत जल्द ही क्रिप्टो करेंसी को डिजिटल रूप से मान्यता दे देगी।
किन-किन देशों ने क्रिप्टो करेंसी को मान्यता दी है
बहुत से ऐसे देश जिन्होंने क्रिप्टो करेंसी को मान्यता दे दी है। जैसे अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड, चीन, यूनाइटेड किंगडम, जैसे देशों में क्रिप्टो करेंसी को मान्यता दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस क्रिप्टो करेंसी को बैन करने वाला है।
बिटकॉइन (bitcoin) क्या है
बिटकॉइन( bitcoin ) क्रिप्टो करेंसी है जिसे 2009 में क्रिप्टो मार्केट में लांच किया गया। तब इसकी कीमत $1 से भी कम थी मतलब इंडियन रुपए के हिसाब से 5 रुपए थी। लेकिन 2009 के अंत में इसकी कीमत ₹700 चली गई। और वर्तमान समय में एक बिटकॉइन की कीमत
57000 रुपए है। बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी में सबसे फेमस है किसी भी क्रिप्टो करेंसी प्लेटफार्म से बाय ओर सेल कर सकते हैं। अब सोने बिटकॉइन में कई देशों ने बिटकॉइन में लोन देना शुरू कर दिया है।
cryptocurrency kya hai
क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म
दुनिया में बहुत से क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म आ गए हैं। आप वहां से करेंसी को खरीद और बेच सकते हैं जैसे वजीरएक्स , coinbase, buy बिटकॉइन upi इन india,buy u coin, आदि ऐसे प्लेटफार्म है जिनसे आप क्रिप्टो करेंसी खरीद और भेज सकते हैं।
बिटकॉइन (bitcoin) से क्या-क्या फायदे हैं
आने वाले टाइम में बिटकॉइन का प्रयोग डिजिटल रूप में किया जा सकता है जब अभी इसकी कीमत 1 बिटकॉइन 5700 से ऊपर है। तो इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले टाइम में बिटकॉइन की क्या वैल्यू रहने वाली है। अभी बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी पर नंबर वन पर भी है। बिटकॉइन का दूसरा रूप बिटकॉइन कैश भी है।
क्रिप्टो करेंसी के नुकसान
क्रिप्टो करेंसी को लाभदायक माना जाता है उतना ही क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना रिस्क है। इसका ग्राफ कभी भी नीचे और ऊपर जाता रहता है और क्रिप्टो करेंसी की कोई पॉलिसी भी नहीं है। अगर भारत में जब तक क्रिप्टो करेंसी को मान्यता नहीं दी जाती तब तक इस क्रिप्टो करेंसी में रिस्क है।
क्रिप्टो करेंसी को कैसे खरीदे और बेचे।
अगर क्रिप्टो करेंसी में भारतीय निवेशक को की बात करें तो आठ लाख से ज्यादा है। जबसे एलन मस्क ने इन्वेस्ट किया है। तब से लेकर अब तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश ऊपर की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। लो क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से ट्रेड करना पसंद कर रहे हैं।
क्रिप्टो करेंसी को आप किसी भी प्लेटफार्म से खरीद सकते हैं। अगर आप क्रिप्टो करेंसी खरीदना चाहते हैं तो आप वेबसाइट या ऐप पर लॉगइन होने के बाद अपनी केवाईसी पूरी करके इंडियन रुपीस को डिपॉजिट कर सकते हैं और वहां से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को खरीद सकते है। आप क्रिप्टो करेंसी पर्सन टु पर्सन भी खरीद सकते है और आप इसे पर्सन टु पर्सन भी बेच सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी बिल 2021
भारत में 2021 में क्रिप्टो करेंसी के लिए एक बिल लागू किया गया है। जब आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर दिया था तो तब कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट चले गए थे और उन्होंने कहा था कि आरबीआई ऐसा नहीं कर सकती है। क्योंकि बिटकॉइन में बहुत से भारतीय लोगों का पैसा डूबा है ऐसे में उन्हें लोस हो सकता है।
2021 में सरकार आरबीआई की डिजिटल करेंसी लॉन्च करने की सोच रही है और क्रिप्टो करेंसी को पूरी तरह भारत में बैन करने की।
सरकार का मानना है कि क्रिप्टो करेंसी का कोई बैंक है और ना ही इंटरनेशनल संघ नहीं है। इस पर विश्वास करना बहुत कठिन है।
क्रिप्टो करेंसी भारत में लॉन्च हो जाती है तो इसके क्या फायदे होंगे।
भारत में क्रिप्टो करेंसी को परमिशन मिल जाती है तो भारत में भ्रष्टाचार कम होगा और पैसों को ब्लैक नहीं किया जा सकता है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी का पूरा डाटा कहां का क्या ट्रांसफर हुआ है और डिजिटल सिग्नेचर
रहते है। जिस पर अमेरिका में करेंसी का प्रयोग प्रयोग दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है उससे ऐसा लगता है कि आने समय में दुनिया में क्रिप्टो करेंसी का बोलबाला होने वाला है।
अब आपको cryptocurrency kya hai के बारे में पता चल गया होगा अगर आपसे कोई पूछेगा तो आप उसके सवालों का जवाब बहुत आसानी से दे सकते हैं। आज के समय में क्रिप्टो करेंसी सबसे पॉपुलर शब्द बना हुआ है।