अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस निबन्ध
पूरे विश्व में भारत को योगा की देन माना जाता है क्योंकि प्राचीन भारत में वैदिक काल से ही ऋषि मुनि योगा करते आ रहे हैं। अब पूरे विश्व में योगा को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के रूप में बनाया जाता है।
आज हमारी वेबसाइट आपको योगा दिवस के बारे में और योगा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाली है। इंटरनेट पर पूछे गए सवालों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
योगा क्या है? (योगा दिवस क्या है? )
योगा एक प्रकार की एक्सरसाइज है और योगा को शरीर को स्वस्थ करने के लिए और ध्यान केंद्रित करने के लिए किया जाता है। योगा एक आसान है और इस शब्द का विकास संस्कृत भाषा से हुआ है।
जानिए योगा दिवस कब और क्यों बनाया जाता है ओर योगा दिवस बनाने के कारण क्या है?
हर साल योगा दिवस 21 जून को पूरे विश्व में बनाया जाता है और इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है कि 21 जून को ही योगा दिवस क्यों मनाया जाता है।
2014 की बात है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने संयुक्त महासभा में भाषण दिया था कि योगा की परंपरा की देन भारत है। भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने यह भी कहा कि योग करने से मानव शरीर सबसे ज्यादा स्वस्थ रहता है और इस बात का समर्थन दुनिया भर के सभी नेताओं ने किया और इसकी बात से ही हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस बनाने की घोषणा की गई और दिसंबर 11 2014 को दुनिया के 177 देशों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस बनाने की घोषणा कर दी। हर साल दुनिया के बहुत सारे देश अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस को बड़े धूमधाम से बनाते हैं और जगह-जगह अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस सम्मेलन भी किया जाता है।
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस बनाने की घोषणा के लिए मोदी जी को 90 दिन के अंदर ही समर्थन प्राप्त हो गया था और इस मत को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भी मंजूरी दे दी गई यह एकमात्र ऐसा मत था जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ में सबसे कम समय में मंजूरी मिली थी। सबसे पहले नेपाल देश में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस बनाने की घोषणा की। इसके बाद दुनिया के सबसे बड़े देश अमेरिका चाइना और कनाडा जैसे देशों में भी अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाने की घोषणा कर दी।
साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के लिए (193) से भी ज्यादा सदस्य बन गए थे।
international yoga day photo |
21 जून 2015 को संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस को मनाने की घोषणा कर दी और 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। पहला अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस (193) देश द्वारा बनाया गया। अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस बनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सभा में बहुत आसानी से पारित हो गया था।
योगा का जन्म स्थान और जन्मदाता देश
इस बात पर कोई शक नहीं किया जा सकता है कि योगा का जन्म स्थान भारत है। पूरे विश्व में आज भारत की पूरे विश्व में भारत ही योगा की जन्मस्थली है। जब भारत में वैदिक काल चल रहा था यानी कि 25000 से लेकर 18000 ईसवी पूर्व भारत के ऋषि मुनि योगा करके अपने शरीर को स्वस्थ करते थे। क्योंकि योगा आसन के द्वारा ध्यान को बहुत आसानी से केंद्रित किया जा सकता था। वैदिक काल में ऋषि मुनि जंगलों में जाकर तपस्या करते थे और योगा आसन के जरिए वे लोग अपना ध्यान को एक स्थान पर केंद्रित करने का प्रयास करते थे और वैदिक काल से लेकर अब तक योगा की परंपरा पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चल रही है। पुराणों वेदों और उपनिषदों में योगा का उल्लेख बार बार हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के उद्देश्य
किसी भी दिवस को बनाने का कुछ ना कुछ उद्देश्य होता है। हर साल बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय दिवस बनाए जाते हैं और सभी अंतर्राष्ट्रीय दिवस बनाने का उद्देश्य होता है।
अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के उद्देश्य निम्नलिखित है:
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पूरी दुनिया को योगा के महत्व के बारे में बताना है।
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योग दिवस का उद्देश्य (योगा) के लाभ के बारे में विश्व को जनाकरी देना है।
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योगा करने से ध्यान को किस प्रकार केंद्रित किया जा सकता है।
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मानसिक विकास के लिए योगा किस प्रकार सहायक है इस बात की जानकारी पूरे विश्व को देना।
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अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि दुनिया को यह बताना कि योगा के द्वारा बड़ी-बड़ी बीमारियों से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।
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अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का सम्मेलन करने एक उद्देश्य यह भी है कि दैनिक जीवन में योगा कितना महत्वपूर्ण है।
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हर साल अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को दैनिक जीवन में योगा को अपनाने के लिए उत्साहित करना।
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मानसिक संतुलन के लिए योगा किस प्रकार सहायक है इसके बारे में विश्व को जानकारी देना।
2021 का अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस थीम और विषय
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है और इस दिवस का एक विषय रखा जाता है।
2021 का विषय और थीम ( घर पर योगा परिवार के साथ योगा)
साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का विषय थीम थी ( स्वास्थ्य के लिए योग- घर होम पर योग)
पहले अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस की थीम ( सामंजस्य और शांति के लिए योग)
FAQ
योगा के जनक कौन हैं?
भारत में सबसे पहले योगा की परंपरा शिवजी ने चलाई थी। प्राचीन काल में शिव भगवान हमेशा योग की स्थिति में रहते थे। योग दर्शन पुस्तक के रचयिता द्वारा रचित योग सूत्र से पता चलता है कि भारतीय संस्कृति में युवक का रिवाज भगवान शिव ने चलाया।
सबसे पहले योग गुरु कौन बने?
भारत में सबसे पहले योग आदि गुरु परमहंस योगा नंदन योग गुरु बने।
21 जून को ही अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस क्यों मनाया जाता है इसका क्या कारण है बताइए?
21 जून को ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाने का सबसे बड़ा कारण यह है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय दिवस बनाने की घोषणा की थी।
किस अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस कार्यक्रम ने गिनीज रिकॉर्ड ऑफ वर्ल्ड बनाया?
पहला अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 21 जून 2015 ने गिनीज रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया।